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Sunday, 25 January 2015

कंप्यूटर का कीबोर्ड और माउस बन जाएगा स्मार्टफोन

स्मार्टफोन की जगह आपने लोगों को मोबाइल इस्तेमाल करते हुए तो सुना होगा लेकिन अब स्मार्टफोन यूजर  ’रिमोट माउसएप्लीकेशन से अपने फोन को कीबोर्ड और माउस के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे ट्रैकपैड के तौर पर ही उपयोग किया जाता  है। जबकि माउस के लिए किसी भी आकार का स्मार्टफोन इस्तेमाल कर सकते हैं और कीबोर्ड के लिए बड़ी स्क्रीन वाला फोन या टैब ही इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है। स्मार्टफोन के टैक्स्ट टच का इस्तेमाल करते हुए। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त  में डाउनलोड किया जा सकता है।
ऐसे करें डाउनलोड
रिमोट माउस की वेबसाइट (www.remotemouse.net/ पर जाकर इस एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकते हैं। मोबाइल और कंप्यूटर पर दोनों के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा। इसके अलावा एपल यूजर के लिए कंपनी वॉयस टाइपिंग का फीचर भी दे रही है। कंपनी मोबाइल और कंप्यूटर को जोड़ने के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल करती है इसकी सही जानकारी नहीं है। मगर खबर है कि इसके लिए वाई-फाई और ब्लुटूथ को उपयोग में लाया जा रहा है।
कैसे करें इस्तेमाल

स्मार्टफोन को माउस के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए मोबाइल पर दो उंगलियां रखें जो माउस के राइट और लेफ्ट क्लिक का काम करती हैं। आप इन उंगलियों को आगे पीछे करने से माउस की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे ही मोबाइल पर टाइप करने से वह कंप्यूटर में लिखा दिखाई देगा। इस एप को इस्तेमाल करते हुए आपके मोबाइल की डिस्प्ले का रंग हरा हो जाएगा। कंपनी ने इसमें सेटिंग का विकल्प दिया है जिससे ट्रैक पैड को नियंत्रित किया जा सकता है।

फोटोमैथ से एक क्लिक में हल कीजिए मैथ के सवाल

गणित के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है। माइक्रोब्लिंक कंपनी ने एक एक ऐसा एप  लॉन्च  किया है जो  मैथ के कठिन से कठिन सवालों को  पलक  झपकते ही हल करने में आपकी मदद करेगा। कठिन  से  कठिन  सवाल  हल  करने के लिए आपको  ज्यादा  दिमाग  लगाने  या  कैलकुलेटर  और  दूसरे  डिवाइसों  पर  माथापच्ची  करने  की  जरूरत  नहीं  पड़ेगी। इसके  लिए आपको  स्मार्टफोन में उस सवाल को टाइप करने की भी ज़रूरत नहीं, बल्कि  कॉपी पर लिखे सवाल की महज एक फोटो खींचकर  अपने स्मार्टफोन के फोटोमैथ एप्लीकेशन में अपलोड करना होगा।  फोटो  अपलोड  होते  ही  फोटोमैथ  एप्लीकेशन सवाल हल करने के लिए जरूरी स्टेप के साथ नतीजे तक पहुंचने में आपकी  मदद करेगा।
किन सवालों को हल करेगा फोटोमैथ 
अंक गणित,समीकरण,दशमलव के सवालों के साथ  फोटोमैथ कक्षा 8 तक पढ़ाई जाने वाली मैथ के कठिन सवालों को भी हल करेगा। फिलहाल यह एप्लीकेशन मिडिल स्कूल लेवल के बच्चों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है।
कैसे काम करेगा फोटमैथ
फोटोमैथ सिर्र्फ  कैरेक्टर पर ही काम करेगा यानि कॉपी पर लिखे किसी भी सवाल की फोटो क्लिक करने के बाद ही फोटोमैथ सवाल के हल में आपकी मदद करेगा।  एप्लीकेशन ऑपटिकल कैरेक्टर रिकॉगनिजन टेक्नोलॉजी पर काम करता है। एप्लीकेशन हर सवाल के कैरेक्टर को सेंसर कर एक्टिवेट होता है और यूजर को रिजल्ट देता है। यह टेक्नोलॉजी अब तक र्बैंंकग और शोध संस्थानों में प्रयोग में लाई जाती रही है। फिलहाल यह  एप माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज और एप्पल के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। एंड्रॉयड  फोन उपभोक्ताओं को फोटोमैथ की सुविधा के लिए अगले साल तक इंतजार करना होगा।  फोटोमैथ को यहां से डाउनलोड कर सकते हैं। 

बिना पासवर्ड के लॉग-इन होंगी मोबाइल एप

अगर आप अपने मोबाइल पर बहुत सारी मैर्सेंजग एप इस्तेमाल करते हैं तो चिंता छोड़िए क्योंकि ट्विटर ने डिजिट्स नाम की नई सेवा लॉन्च की है जिसके जरिए मोबाइल एप्लीकेशन को बिना एप के लॉग-इन किया जा सकता है। ट्विटर की यह सेवा मोबाइल एप बनाने वाले लोगों के लिए ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगी जिसके जरिए मोबाइल नंबर से ही लॉग-इन संभव है।
कैसे करेगा काम
डिजिट्स के जरिए मोबाइल एप में ऐसे बदलाव संभव हो सकेंगे जिससे यूजर को लॉग-इन करने के लिए यूजर नेम के बजाय मोबाइल नंबर इस्तेमाल करने का विकल्प मिलेगा। मोबाइल नंबर रजिस्टर होने के बाद कोई भी मोबाइल एप ऑरिजनल पासवर्ड के बजाय वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) जनरेट करेगी और यूजर के मोबाइल नंबर पर एसएमएस करेगी। इस पासवर्ड को बॉक्स में सबमिट कर वह एप लॉग-इन की जा सकेगी जिसने आपके नंबर पर ओटीपी पासवर्ड भेजा है। वन टाइम पासवर्ड सिर्फ तीन मिनट के लिए वेध रहता है इसके बाद अगली बार लॉग-इन करने के लिए भी यही तरीका अपनाया जाएगा। फिलहाल इंटरनेट बैंकिंग में ओटीपी पासवर्ड का इस्तेमाल होता है। पासवर्ड चोरी के खतरों के चलते सुरक्षा के नजरिए से यह एक बेहतर विकल्प है।
क्या है ट्विटर की योजना?

ट्विटर ने डिजिट्स टूल पेश किया है जिसके जरिए कंपनी मोबाइल एप बनाने वालों को ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रही है जिससे मोबाइल नंबर के जरिए ही लॉग-इन करना संभव हो सकेगा। इसके जरिए कंपनी ट्विटर को सपोर्ट करने वाली एप से भी मुनाफा कमाना चाहती है। दुनियाभर में स्मार्टफोन यूजर की बढ़ती संख्या के चलते ट्विटर की यह योजना मोबाइल एप डेवलेपर्स के लिए फायदेमंद हो सकती है। भारत में ही 11.7 करोड़ लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2014 के अंत तक दुनियाभर में 1.75 अरब स्मार्टफोन यूजर होंगे।

कंप्यूटर और फोन को बनाएं वाई-फाई हॉटस्पॉट

सोचिए आपके पास कई ऐसी डिवाइस हैं जिन पर आप इंटरनेट इस्तेमाल करना चाहते हैं और इंटरनेट कनेक्शन सिर्फ एक ही कंप्यूटर में हो तो कैसे एक कनेक्शन से सभी डिवाइसों को इंटरनेट से लैस करेंगे। फिक्र छोड़िए क्योंकि कुछ खास सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से कंप्यूटर या लैपटॉप को वाई-फाई हॉट स्पॉट में तब्दील किया जा सकता है। आइए जानते हैं कैसे कंप्यूटर के इंटरनेट कनेक्शन को वाई-फाई कनेक्शन बनाया जा सकता है...
बिना रूटर के मुफ्त में बनाएं वाई-फाई
आमतौर पर वाई फाई नेटवर्क बनाने के लिए रूटर का इस्तेमाल होता है।  कंप्यूटर नेटवर्क को जोड़ने के लिए रूटर एक ऐसी डिवाइस है जिसकी कीमत बाजार में लगभग एक हजार रुपये है लेकिन कुछ सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से बिना रूटर के भी मुफ्त में वाई फाई नेटवर्क बनाया जा सकता है। इन सॉफ्टवेयर को फ्री में कंप्यूटर पर डाउनलोड कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये सॉफ्टवेयर यह भी बताते हैं कि आपके द्वारा बनाए गए वाई-फाई सिस्टम में कौन सी डिवाइस कितना डाटा खर्च कर रही है।
विंडोज पर ऐसे बनाएं वाईफाई हॉटस्पॉट
विंडोज एक्सपी, 7 और विंडोजइस्तेमाल करने वाले लैपटॉप के इंटरनेट कनेक्शन को वाई-फाई नेटवर्क में तब्दील करने के लिए वाईफाई अडेप्टर होना जरूरी है। ज्यादातर कंप्यूटरों में यह पहले से मौजूद होता है। इसके बाद सबसे पहले कनेक्टिफाई सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में डाउनलोड कर लें। इसे डाउनलोड करने के लिए यहां विजिट कर सकते हैं। कनेक्टिफाई को डाउनलोड करने के बाद इंस्टॉल कर लें। इसके बाद अपना कंप्यूटर री स्टार्ट करें। रीस्टार्ट होने के बाद कंप्यूटर में चेटक कर लें कि इंटरनेट कनेक्शन मौजूद है या नहीं। इंटरनेट मौजूद होने पर कनेक्टिफाई एप को खोलें। एप खुलने के बाद दो टैब दिखेंगे जिसमें एक सेटिंग का होगा और दूसरा क्लाइंट का। सेटिंग वाले टैब पर क्लिक करने के बाद क्रिएट वाई-फाई हॉटस्पॉट पर क्लिक करें। इसके बाद हॉटस्पॉट के लिए नेटवर्क चुने और फिर उस वाईफाई नेटवर्क का नाम बॉक्स में भरें और पासवर्ड भी तय करें। इसके वाद स्टार्ट हॉटस्पॉट पर क्लिक करने के बाद आपके कंप्यूटर का इंटरनेट कनेक्शन वाईफाई नेटवर्क की तरह काम करने लगेगा।
स्मार्टफोन को बनाएं वाई-फाई हॉटस्पॉट
कंप्यूटर के अलावा आप अपने फोन के इंटरनेट कनेक्शन को भी वाई-फाई नेटवर्क में तब्दील कर सकते हैं। इसके लिए किसी सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
एंड्रॉयड फोन
एंड्रॉयड फोन को वाई-फाई हॉटस्पॉट बनाने के लिए फोन की सेटिंग में जाएं और मोर के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद वायरलैस एंड नेटवर्क कनेक्शन की विंडो खुलेगी। इस विंडो मेंटेथरिंग एंड पोटे्र्रबल हॉटस्पॉट के ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद अपने कनेक्शन का नाम और अपनी पसंद का पासवर्ड डाल दें। ऐसा करते ही आपका स्मार्टफोन वाईफाई नेटवर्क की तरह काम करने लगेगा।
विंडोज फोन
विंडोज फोन को वाई-फाई हॉटस्पॉट बनाने के लिए सेटिंग में जाएं। इसके बाद इंटरनेट शेयरिंग पर क्लिक करें। इसके बाद अगली विंडो खुलने पर ब्रॉडकॉस्ट नेम में कोई भी नाम टाइप कर दें जो आप अपने वाई-फाई नेटवर्क को देना चाहते हैं। फिर पासवर्ड टाइप करें जिसका प्रयोग लोग आपके कनेक्शन को इस्तेमाल करने के लिए करेंगे। डन के विकल्प पर क्लिक करने के बाद विंडोज फोन भी वाईफाई हॉटस्पॉट बन जाएगा।