
नई दिल्ली। चेतन भगत को साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने वालों के खिलाफ बोलना महंगा पड़ा। चेतन भगत द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों के खिलाफ बोलने के कुछ घंटे बाद ही ट्विटर यूजर्स ने उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। ट्विटर पर लोगों ने चेतन भगत को जुमला लेखक करार दिया। चेतन ने पुरस्कार लौटाने वालों के लिए कहा था कि क्या साहित्य पुरस्कार लौटाने वाले अपना पासपोर्ट भी लौटाएंगे। चेतन की इस टिप्पणी से नाराज होकर साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने वाले राजेश जोशी ने चेतन को बीजेपी कार्यकर्ता करार दिया। जोशी ने यह तक कह दिया कि भगत कही से भी उपन्यासकारों की श्रेणी में नहीं आते हैं। अभी तक कम से कम 21 लेखकों ने अपना पुरस्कार लौटाने के फैसले की घोषणा की है। कुछ ने यह भी कहा है कि अल्पसंख्य समुदाय आज देश में खुद को भयभीत महसूस कर रहा है।
चेतन भगत का मजाक उड़ाने वाले कुछ मजेदार ट्वीट
#JumlaWriterChetanBhagat
Chetan Bhagat has questioned those giving up sahitya akademi awards and supported the Insensitive Cultural minister
— TapanDhawan (@TapanDhawan1) October 13, 2015
And the award goes to ...
#JumlaWriterChetanBhagat pic.twitter.com/UeiiRXZMjg
— Autumn2487 (@A2687) October 13, 2015
Modi's Cultural Ministers says those giving up awards must also give up writing. Chetan Bhagat Supports minister. #JumlaWriterChetanBhagat
— Vinod Mehta (@DrunkVinodMehta) October 13, 2015
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