
शाम चार बजे तक 10 हजार से अधिक लोगों ने इस हैश टैग का इस्तेमाल किया। अधिकतर लोगों ने हिंदी दिवस के मौके पर लोगों को हिंदी में बात करने का सुझाव दिया। वहीं कुछ लोगों इसका यह कहकर विरोध किया कि भारत बहुभाषी देश है। यहां किसी एक भाषा को नहीं थोपा जाना चाहिए। एक यूजर ने लिखा कि भले ही अधिकतर लोग हिंदी समझते हैं लेकिन यह 60 फीसदी से अधिक भारतीयों की भाषा नहीं है।
तमिल भाषा से तुलना
हिंदी के इस हैश टैग के खिलाफ कुछ तमिलभाषी लोगों ने भी इसका विरोध किया। वंदावलम नाम के एक तमिल यूजर ने लिखा कि जो लोग अंग्रेजी नहीं जानते वे ही इस हैश टैग को प्रमोट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तमिल भाषा से भी हिंसी की तुलना की।42.2 करोड़ की मातृभाषा है हिंदी
हिंदी 42.2 करोड़ लोगों की मातृभाषा है। भारत में 29 भाषाएं ऐसी हैं जिन्हें 15 लाख से अधिक लोग अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। भारत में बंगाली दूसरे नंबर पर बोली जाने वाली भाषा है। इसके बाद तेलुगु, मराठी और तमिल का स्थान आता है।इस हैश टैग के कुछ प्रमुख ट्वीट
Speak in any Indian language(mother tongue or other), speak purely in that language. No need for English adulteration #हिन्दी_में_बोलो
— Abhijeet Joshi (@AbhijeetJoshi18) September 14, 2015
fuck off #हिन्दी_में_बोलो
— dhivya 180° (@dhivya_iam) September 14, 2015
Though it's Hindi Diwas today, I don't agree with this trend. India gives you freedom of languages too :) ✌ #हिन्दी_में_बोलो
— Tripti :) (@triptivrma114) September 14, 2015
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